हमेशा गोल्ड ग्रीन हाइब्रिड उच्च गुणवत्ता युक्त पौधों का ही रोपण करें।

सफेदा LV-53 की ही खेती क्यों की जाऐ

  • सफेदा LV-53 भारत के कोने-कोने से चुनी गई किस्मों पर हुऐ अनुसंधान के बाद एक बेहतर किस्म तैयार की गई है।

  • यह रोपण के बाद ही रिंगफॉरमेशन विधि द्वारा बढ़ना प्रारम्भ करता है जिससे बहुत कम शाखाऐं देकर सीधा बढ़कर जल्दी तैयार हो जाता है।

  • यह रोपण के बाद 4 से 5 साल में तैयार होकर 70 से 80 फीट लम्बाई तथा 4 से 5 फीट गोलाई में मोटाई देता है।

  • रिंगफॉरमेशन होने की वजह से यह अन्दर से बिलकुल ठोस तथा बहुत वजनीक होता है। जिससे इसकी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में सबसे अधिक मांग है।

  • सफेदा का मुख्य रूप से उपयोग फर्नीचर, प्लाईवुड तथा खेलकूद के सामान में अधिक इस्तेमाल में लाया जाता है।

  • एक एकड़ में एक बार सफेदा के पौधे लगाकर बड़े पैमाने में अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। जैसे एक एकड़ में 12 से 14 लाख रूपये।

teak
a

 

© Copyright 2008-12 Sri Gold Green Bio. All rights reserved. Designed, and Promoted by N.S.Websolution